सूरा-ए-कौसर | ||
108 | अज़ीम और दाएमी (हमेशा बाक़ी रहने वाली) रहमतों वाले ख़ुदा के नाम से शुरू। | |
108 | 1 | बेशक हमने आपको कौसर अता किया है |
108 | 2 | लेहाज़ा (इसलिये) आप अपने रब के लिए नमाज़ पढ़ें और कु़र्बानी दें |
108 | 3 | यक़ीनन आपका दुश्मन बे औलाद रहेगा |
सूरा-ए-काफ़ेरून | ||
109 | अज़ीम और दाएमी (हमेशा बाक़ी रहने वाली) रहमतों वाले ख़ुदा के नाम से शुरू। | |
109 | 1 | आप कह दीजिए कि ऐ काफि़रों (कुफ्ऱ करने वाले, ख़ुदा या उसके हुक्म का इन्कार करने वालों) |
109 | 2 | मैं उन ख़ुदाओं की इबादत नहीं कर सकता जिनकी तुम पूजा करते हो |
109 | 3 | और न तुम मेरे ख़ुदा की इबादत करने वाले हो |
109 | 4 | न मैं तुम्हारे माबूदों की पूजा करने वाला हूँ |
109 | 5 | और न तुम मेरे माबूद (इबादत के क़ाबिल अल्लाह) के इबादतगुज़ार (इबादत करने वाले) हो |
109 | 6 | तुम्हारे लिए तुम्हारा दीन है और मेरे लिए मेरा दीन है |
Saturday, 18 April 2015
Sura-e-Kausar 108th surah of Quran Urdu Translation of Quran in Hindi (Allama zeeshan haider Jawadi sb.)
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