सूरा-ए-एख़लास | ||
112 | अज़ीम और दाएमी (हमेशा बाक़ी रहने वाली) रहमतों वाले ख़ुदा के नाम से शुरू। | |
112 | 1 | ऐ रसूल कह दीजिए कि वह अल्लाह एक है |
112 | 2 | अल्लाह बरहक़ और बेनियाज़ (जिसे कोई/किसी चीज़ की ज़रूरत नहीं) है |
112 | 3 | उसकी न कोई औलाद है और न वालिद (बाप) |
112 | 4 | और न उसका कोई कुफ़ू (बराबरी वाला) और हमसर है |
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