Saturday, 18 April 2015

Sura-e-Adiyaat 100th surah of Quran Urdu Translation of Quran in Hindi (Allama zeeshan haider Jawadi sb.)

    सूरा-ए-आदियात
100   अज़ीम और दाएमी (हमेशा बाक़ी रहने वाली) रहमतों वाले ख़ुदा के नाम से शुरू।
100 1 फ़र्राटे भरते हुए तेज़ रफ़्तार घोड़ों की क़सम 
100 2 जो टाप मारकर चिन्गारियाँ उड़ाने वाले हैं 
100 3 फिर सुबह दम हमला करने वाले हैं 
100 4 फिर ग़्ाु़बारे जंग उड़ाने वाले हैं 
100 5 और दुश्मन की जमीयत (मजमे) में दर आने (घुस जाने) वाले हैं 
100 6 बेशक इन्सान अपने परवरदिगार (पालने वाले) के लिए बड़ा नाशुक्रा है 
100 7 और वह खु़द भी इस बात का गवाह है 
100 8 और वह माल की मोहब्बत में बहुत सख़्त है 
100 9 क्या उसे नहीं मालूम है कि जब मुर्दों को क़ब्रों से निकाला जायेगा 
100 10 और दिल के राज़ों को ज़ाहिर कर दिया जायेगा 
100 11 तो इनका परवरदिगार (पालने वाला) उस दिन के हालात से खू़ब बाख़बर होगा 

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