सूरा-ए-फ़ील | ||
105 | अज़ीम और दाएमी (हमेशा बाक़ी रहने वाली) रहमतों वाले ख़ुदा के नाम से शुरू। | |
105 | 1 | क्या तुमने नहीं देखा कि तुम्हारे रब ने हाथी वालों के साथ क्या बरताव किया है |
105 | 2 | क्या उनकी चाल को बेकार नहीं कर दिया है |
105 | 3 | और उन पर उड़ती हुई अबाबील को भेज दिया है |
105 | 4 | जो उन्हें खरन्जों की कंकरियां मार रही थीं |
105 | 5 | फिर उन्होंने उन सबको चबाये हुए भूसे के मानिन्द (तरह) बना दिया |
Saturday, 18 April 2015
Sura-e-Feel 105th surah of Quran Urdu Translation of Quran in Hindi (Allama zeeshan haider Jawadi sb.)
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