Saturday, 18 April 2015

Sura-e-Qadra 97th surah of Quran Urdu Translation of Quran in Hindi (Allama zeeshan haider Jawadi sb.)

    सूरा-ए-क़द्र
97   अज़ीम और दाएमी (हमेशा बाक़ी रहने वाली) रहमतों वाले ख़ुदा के नाम से शुरू।
97 1 बेशक हमने इसे शबे क़द्र में नाजि़ल किया है 
97 2 और आप क्या जानें ये शबे क़द्र क्या चीज़ है 
97 3 शबे क़द्र हज़ार महीनों से बेहतर (ज़्यादा अच्छी) है 
97 4 इसमें मलायका और रूहुल क़ुदस इज़्ने ख़ुदा (ख़ुदा की इजाज़त) के साथ तमाम उमूर (अम्रे इलाही) को लेकर नाजि़ल होते हैं 
97 5 ये रात तुलू-ए-फ़ज्र (सुबह होने) तक सलामती ही सलामती है 

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