सूरा-ए-क़ुरैश | ||
106 | अज़ीम और दाएमी (हमेशा बाक़ी रहने वाली) रहमतों वाले ख़ुदा के नाम से शुरू। | |
106 | 1 | कु़रैश के उन्स व उल्फ़त की ख़ातिर |
106 | 2 | जो उन्हें सर्दी और गर्मी के सफ़र से है अबरहा को हलाक (बरबाद, ख़त्म) कर दिया है |
106 | 3 | लेहाज़ा (इसलिये) उन्हें चाहिए कि उस घर के मालिक की इबादत करें |
106 | 4 | जिसने उन्हें भूख में सेर किया है और ख़ौफ़ (डर) से महफ़ूज़ बनाया है |
Saturday, 18 April 2015
Sura-e-Quraish 106th surah of Quran Urdu Translation of Quran in Hindi (Allama zeeshan haider Jawadi sb.)
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment