Saturday, 18 April 2015

Sura-e-Masad/Lahab 111st surah of Quran Urdu Translation of Quran in Hindi (Allama zeeshan haider Jawadi sb.)

    सूरा-ए-मसद/लहब
111   अज़ीम और दाएमी (हमेशा बाक़ी रहने वाली) रहमतों वाले ख़ुदा के नाम से शुरू।
111 1 अबूलहब के हाथ टूट जायें और वह हलाक (बरबाद, ख़त्म) हो जाये 
111 2 न उसका माल ही उसके काम आया और न उसका कमाया हुआ सामान ही 
111 3 वह अनक़रीब (बहुत जल्द) भड़कती हुई आग में दाखि़ल होगा 
111 4 और उसकी बीवी जो लकड़ी ढोने वाली है 
111 5 उसकी गर्दन में बटी हुई रस्सी बंधी हुई है

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