Saturday, 18 April 2015

Sura-e-Maoon 107th surah of Quran Urdu Translation of Quran in Hindi (Allama zeeshan haider Jawadi sb.)

    सूरा-ए-माऊन
107   अज़ीम और दाएमी (हमेशा बाक़ी रहने वाली) रहमतों वाले ख़ुदा के नाम से शुरू।
107 1 क्या तुमने उस शख़्स को देखा है जो क़यामत को झुठलाता है 
107 2 ये वही है जो यतीम को धक्के देता है 
107 3 और किसी को मिसकीन (मोहताज) के खाने के लिए तैयार नहीं करता है 
107 4 तो तबाही है उन नमाजि़यों के लिए 
107 5 जो अपनी नमाज़ों से ग़ाफि़ल रहते हैं 
107 6 दिखाने के लिए अमल करते हैं 
107 7 और मामूली जु़रूफ़ (आम ज़रूरत की चीज़) भी आरियत (मांगने) पर देने से इन्कार करते हैं 

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