Saturday, 18 April 2015

Sura-e-Alsharah 94th surah of Quran Urdu Translation of Quran in Hindi (Allama zeeshan haider Jawadi sb.)

सूरा-ए-अलशराह
94 अज़ीम और दाएमी (हमेशा बाक़ी रहने वाली) रहमतों वाले ख़ुदा के नाम से शुरू।
94 1 क्या हमने आपके सीने को कुशादा नहीं किया 
94 2 और क्या आपके बोझ को उतार नहीं लिया
94 3 जिसने आपकी कमर को तोड़ दिया था 
94 4 और आपके जि़क्र को बलन्द कर दिया 
94 5 हाँ ज़हमत (परेशानी) के साथ आसानी भी है 
94 6 बेशक तकलीफ़ के साथ सहूलियत भी है 
94 7 लेहाज़ा (इसलिये) जब आप फ़ारिग़ हो जायें तो नस्ब कर दें 
94 8 और अपने रब की तरफ़ रूख़ करें 

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